होली रे होली
मित्रो हमारा देश त्योहारों का देश है.होली शब्द कान में पड़ते ही अमिताभ बच्चन जी का गीत गाने को मन करता है:
रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे, कीने मारी पिचकारी..............
होली के होलिका दहन की चर्चा हम नहीं करेंगे क्योकि दुसरे दिन धुलंडी हमारा प्रिय दिन होता है क्योकि हमें तो जीवन मस्ती के साथ जीना है, चिंता मुक्त जीना है .होली मनाये प्राकृतिक रंगों से खुशबूदार रंगों से.जिसे भी हम रंग लगाये उसके तन के साथ मन भी हमारे प्रेम के रंग से रंग जाये.
प्रिय मित्रो होली के अवसर पर केमिकल रंगों का हानिकारक रंगों का इस्तेमाल हरगिज न करे.एसा करने से अगली होली पर आपका मित्र आप के साथ होली नहीं khelega
ख़ूब मिठाइयाँ खाइए खिलाइए.होली का त्यौहार आनंद के साथ मनाइये,आप के द्वार पे आपके दोस्तों की टोली आपका इन्तेजार कर रही है
होली रे होली रंगों की डोली
आई तेरे घर पर मस्तो के टोली.
एक बार फिर से आपको होली की बहुत बहुत शुभकामनाये!
आपका मित्र राजेश भारद्वाज 919001896628
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